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SAARC FULL FORM IN HINDI | SAARC KYA HAI

SAARC FULL FORM = SOUTH ASIAN ASSOCIATION FOR REGIONAL COOPERATION (क्षेत्रीय सहयोग के लिए दक्षिण एशियाई संघ)


SAARC क्या है?

South Asian Association for Regional Cooperation एक अंतर सरकारी संगठन है जो दक्षिण एशिया के देशों के अन्तर्गत सहयोग और क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए बना है। सार्क का गठन 8 दिसंबर, 1985 को भारत, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका की सरकारो के प्रमुखों द्वारा सार्क चार्टर पर हस्ताक्षर करके हुआ था। सात संस्थापक सदस्य देशों के अलावा, अफगानिस्तान 2007 में SAARC का सदस्य बन गया है।

SAARC का मुख्य उद्देश्य दक्षिण एशिया के निवासियों के कल्याण को बढ़ावा देना, उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना, क्षेत्र में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और सांस्कृतिक विकास को गति देना है। यह संगठन कृषि, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यटन और परिवहन सहित कई क्षेत्रों के विकास के लिए कार्य करता है।


SAARC का फुल फॉर्म क्या है?
SAARC का फुल फॉर्म SOUTH ASIAN ASSOCIATION FOR REGIONAL COOPERATION है। इसे हिन्दी में क्षेत्रीय सहयोग के लिए दक्षिण एशियाई संघ कहते है। SAARC में दुनिया का 3% क्षेत्रफल, वैश्विक पॉपुलेशन का 21% और वैश्विक इकोनोमी  का 3.8% (US$2.9 ट्रिलियन) सम्मिलित है।

SAARC के उद्देश्य

दक्षिण एशिया क्षेत्र के भीतर आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देना SAARC का उद्देश्य है। SAARC के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है।

1  दक्षिण एशिया के देशों व्यक्तियों के कल्याण और विकास को बढ़ावा देना और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।

2  सभी व्यक्तियों को आदर के साथ रहने और अपनी पूरी क्षमता का एहसास कराने का अवसर देकर क्षेत्र में आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और सांस्कृतिक विकास में बढ़ोतरी लाना

3  दक्षिण एशिया के देशों के बीच आत्मनिर्भरता को बढ़ाना।

4  परस्पर विश्वास, समझ और एक दूसरे की कठिनाईयों सहयोग प्रदान करना

5  सांस्कृतिक, तकनीकी, आर्थिक, सामाजिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों पारस्परिक सहयोग को बढ़ाना

6  दूसरे विकासशील देशों के साथ सहयोग को मजबूती प्रदान करना।

7  सामान्य हित के कार्यों पर अंतर्राष्ट्रीय रूपों में आपस में सहयोग को दृढ़ करना।

8  समान उद्देश्यों वाले अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करना।

SAARC सदस्य देश सहयोग के निम्नलिखित क्षेत्रों पर कार्य करने पर सहमत हुए हैं।


 कृषि और ग्रामीण विकास
 शिक्षा और संस्कृति
 जैव प्रौद्योगिकी
 आर्थिक, व्यापार और वित्त
 ऊर्जा
 पर्यावरण
 पर्यटन
 विज्ञान और प्रौद्योगिकी
 सूचना, संचार और मीडिया
 गरीबी निर्मूलन
 सुरक्षा पहलू
 लोगों से लोगों का संपर्क
 वित्त पोषण तंत्र
 सामाजिक विकास

सार्क संरचना निम्नलिखित है।

राष्ट्राध्यक्षों का सम्मेलन = SAARC का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय की वार्षिक बैठक होती है। हर सदस्य देश का प्रतिनिधित्व उस देश के प्रमुख द्वारा किया जाता है।

मंत्रिपरिषद = परिषद में सदस्य देशों के विदेश मंत्री सम्मिलित होते हैं और प्रगति की देखरेख करने और सार्क के लिए नीतियां बनाने के लिए साल में दो बार मिलते हैं।

स्थायी समिति = इस समिति में सदस्य देशों के विदेश सचिव होते हैं। SAARC के कार्यों के कार्यान्वयन की देखरेख और समन्वय के लिए साल में दो बार मिटिंग करते हैं।

तकनीकी समितियाँ = SAARC में बहुत सी तकनीकी समितियाँ होती हैं, जो कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे अनेक क्षेत्रों को शामिल करती हैं। ये समितियाँ अपने-अपने क्षेत्रों में नीतियों पर चर्चा के लिए नियमित रूप से मिलती हैं।

सचिवालय = काठमांडू, नेपाल में स्थित SAARC सचिवालय, SAARC गतिविधियों के समन्वय और निगरानी के लिए जिम्मेदार है।

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