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IES FULL FORM IN HINDI

IES FULL FORM = INDIAN ENGINEERING SERVICES (भारतीय इंजीनियरिंग सेवा)

IES वे इंजीनियर होते हैं जो भारत सरकार के लिए काम करते हैं। उन्हें क्लास-1 ऑफिसर्स के रूप में वर्गीकृत किया गया है। संघ लोक सेवा आयोग की सिफारिशों के आधार पर भारत सरकार IES ऑफिसर्स की नियुक्ति करती है। 

UPSC इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (ESE) आयोजित करता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का टेस्ट है। इसके अन्तर्गत अलग अलग सरकारी सेक्टर्स जैसे रेलवे, बिजली, दूरसंचार, PWD, आदि में भारतीय इंजीनियरिंग सेवाओं के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।

IES के लिए पात्रता

कैंडिडेट्स के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री होनी चाहिए। कैंडिडेट्स को भारत का नागरिक होना चाहिए। UPSC द्वारा निर्धारित आयु सम्बंधित आवश्यकताओं को पूर्ण करना चाहिए।


आयु सीमा
न्यूनतम आयु = 21 वर्ष
अधिकतम आयु = 30 वर्ष

IES परीक्षा शैक्षिक योग्यता = इंजीनियरिंग में डिग्री

IES परीक्षा प्रयास विवरण = कोई सीमा नहीं

IES परीक्षा के लिए राष्ट्रीयता = भारतीय

IES परीक्षा के लिए आयु में छूट = श्रेणी और सेवाओं के आधार पर छूट प्रदान की जाती है।

IES का फुल फॉर्म क्या है?

IES का फुल फॉर्म INDIAN ENGINEERING SERVICES है। इसे हिन्दी में भारतीय इंजीनियरिंग सेवा कहते है। इसके अन्तर्गत एक लिखित परीक्षा होती है जो दो वर्गों में विभाजित की गई है और चार स्टेप्स में पूर्ण होती है। परीक्षा वर्ष में एक बार ही होती है। दोनो लिखित परीक्षाओं को पास करने वाले कैंडिडेट को ही साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। 

IES का वेतन क्या है?

वेतन लगभग 56,100 रुपये से 1,77,500 रुपये है। जैसे-जैसे अधिकारी रैंक में आगे बढ़ता है और प्रमोशन अर्जित करता है, वेतन बढ़ता जाता है।

IES नौकरी के क्या क्या फायदे है?

IES अधिकारी की नौकरी चुनौतीपूर्ण होती है। यहाँ नौकरी की सुरक्षा और करियर में आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होते है। इसके अलावा कई लाभों का आनंद लेते हैं, जैसे उन्हें चिकित्सा लाभ, पेंशन और आवास भत्ता जैसे विभिन्न भत्ते भी मिलते हैं।

IES के कौन कौन से कार्य है?

IES अधिकारी सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, और दूरसंचार जैसे इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों अन्तर्गत कार्य करते हैं। वे सार्वजनिक कार्यों की योजना, डिजाइन, निर्माण और रखरखाव के कार्य करता हैं। वे इंजीनियरिंग से संबंधित सरकारी नीतियों के विकास और कार्यान्वयन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

UPSC IES और IAS के बीच क्या अंतर होता है?

IES (INDIAN ENGINEERING SERVICES) और IAS (INDIAN ADMINISTRATIVE SERVICE) UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित दो अलग-अलग सिविल सर्विस परीक्षाएँ हैं। IES का पद उन इंजीनियरों के लिए है जो सरकार में तकनीकी भूमिकाओं में काम करना चाहते हैं। दोनों परीक्षाओं के लिए पात्रता मानदंड, परीक्षा पैटर्न और चयन प्रक्रिया भिन्न होती हैं।

आईईएस परीक्षा के बाद करियर

इंजीनियरों की भारतीय रेलवे सेवा
भारतीय रेलवे स्टोर सेवा
केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा
मैकेनिकल इंजीनियर्स की भारतीय रेलवे सेवा
भारतीय रेलवे स्टोर सेवा
केंद्रीय जल अभियांत्रिकी
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की भारतीय रेलवे सेवा
भारतीय रेलवे स्टोर सेवा
केंद्रीय विद्युत और यांत्रिक
सिग्नल इंजीनियर्स की भारतीय रेलवे सेवा
भारतीय रेलवे स्टोर सेवा
भारतीय निरीक्षण सेवा .. इत्यादि 

क्या आईईएस परीक्षा कठिन है?

प्रतियोगिता के उच्च स्तर के कारण भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) को भारत की अत्यधिक कठिन परीक्षाओं में से एक कह सकते है। इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए सबसे ज्यादा मांग वाली परीक्षाओं में से एक IES परीक्षा है

क्या IAS IES से बड़ा होता है?

IAS और IES दोनों की भूमिका भारत सरकार में सम्मानित और प्रतिष्ठित है। हालांकि, एक IAS अधिकारी के पास एक IES अधिकारी की तुलना में ज्यादा पावर और मान्यता रहती है।



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