ANM FULL FORM = AUXILIARY NURSE MIDWIFE (सहायक नर्स दाई)
ANM नर्सिंग 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है। ANM मुख्य रूप से स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में काम करते है। यह कोर्स रोगियों की देखभाल करने और उनको समय पर दवा देने, ऑपरेशन थियेटर इंस्टालेशन करना, स्वास्थ्य केंद्र के विभिन्न उपकरणों की देखभाल करने, हॉस्पिटल के रिकॉर्ड बनाए रखने के बारे में ज्ञान प्रदान करता है।
ANM क्या है?
ANM भारत में एक ग्रामीण स्तर की महिला हेल्थ वर्कर है, जिसे समुदाय और हेल्थ सेवाओं के बीच पहले संपर्क वाले व्यक्ति के रूप में पहचाना जाता है। हमारे देश में स्वास्थ्य संगठन के पिरामिड में ANM को ग्राउंड लेवल स्तर का हेल्थ वर्कर माना जाता है।
एएनएम पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए आवश्यक पात्रता मानदंड यह है कि कैंडिडेट के अपनी 10 + 2 परीक्षा में न्यूनतम 50% कुल अंक होने चाहिए। इसके अलावा कैंडिडेट की उम्र 18 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। ANM नर्सिंग पाठ्यक्रम डॉक्टर या ज्यादा अनुभवी नर्सों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए बुनियादी नर्सिंग और चिकित्सा कौशल प्रदान करने पर केंद्रित है।
हमारे देश में, ANM नर्सिंग पाठ्यक्रम बहुत पॉपुलर हैं। भारत के कुछ टॉप ANM नर्सिंग कॉलेजों निम्नलिखित है।
सीएमजे विश्वविद्यालय
वाईबीएन विश्वविद्यालय- रांची
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय- जमशेदपुर
पारुल विश्वविद्यालय आदि शामिल हैं। ANM नर्सिंग कोर्स 4 से 7 लाख के बीच होता है।
ANM का फुल फॉर्म क्या है?
ANM का फुल फॉर्म auxiliary nurse midwife कोर्स है। इसे हिन्दी में सहायक नर्स दाई कहते है।
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कोर्स में भाग लेने के लिए न्यूनतम पात्रता मानदंड निम्नलिखित है।
छात्रों को न्यूनतम 50% कुल अंकों या समकक्ष cgpa के साथ कक्षा 12 वीं की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए।
एवरेज कोर्स फीस INR 1.5 - 2 LPA है
इस कोर्स में एडमिशन परीक्षा के आधार पर दिया जाता है। कुछ कॉलेज योग्यता के आधार पर भी प्रवेश देते हैं।
कोर्स पूरा करने के बाद छात्र 3 - 5 LPA के एवरेज सैलेरी के साथ नौकरी मिल सकती हैं
ANM नर्सिंग कोर्स क्या हैं?
ANM (auxiliary nurse midwife) मुख्य रूप से एक डिप्लोमा कोर्स है, जो लोगों के स्वास्थ्य के अध्ययन पर केंद्रित है। इस कोर्स को करने के अन्तर्गत, कैंडिडेट को ऑपरेशन थियेटर, कार्यप्रणाली, विभिन्न प्रकार के उपकरणों और उन्हें संभालना के बारे में भी सिखाया जाता है।
ANM कोर्स का मुख्य उद्देश्य कैंडिडेट्स को समाज में बेसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य करने के लिए ट्रेनिंग देना और बच्चों, स्त्रियों और वृद्ध लोगों को उपचार देना है।
चाइल्ड हेल्थ नर्सिंग, हेल्थ प्रमोशन, मिडवाइफरी, हेल्थ केयर मैनेजमेंट, प्राइमरी और कम्युनिटी हेल्थ नर्सिंग, ANM के ही सबजेक्ट हैं।
ANM के पास NGO, सरकारी अस्पताल, नर्सिंग होम, निजी अस्पताल आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में करियर के अच्छे स्कोप है और जॉब के कई चान्स हैं।
ANM कोर्स को करने के कई कारण हैं, जिनमें जॉब सिक्योरिटी, अनेक तरह के अवसर, अच्छी सैलेरी और लोगों का कल्याण करने के अवसर भी शामिल हैं।
ANM कोर्स को करने का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि कैंडिडेट सरकारी क्षेत्रों में जॉब सिक्योरिटी के साथ काम कर सकते हैं और एक्सपिरेंस प्राप्त कर सकते हैं।
कोर्स में अच्छा परफोर्मेंस करने वालों को इंटरनेशनल मौके भी मिलते हैं।
इन योग्यताओं वाले कैंडिडेट का मिनिमम सैलेरी 10,000 रुपये से शुरू होती है, और सैलेरी कैंडिडेट के कार्य एक्सपिरेंस के आधार पर बढ़ सकता है।
ANM योग्यता वाले लोग भी विभिन्न संस्थानों में दूसरों को पढ़ा सकते है।
ANM नर्सिंग कोर्स किसे करना चाहिए?
स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में काम करने की इच्छा रखने वाले और देखभाल, स्नेह और धैर्य के साथ लोगों की सेवा करने वाले कैंडिडेट इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कैंडिडेट के पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10+2 पास की मार्कशीट होनी चाहिए।
इस प्रोग्राम के लिए एवरेज कोर्स फीस एक से पांच लाख तक है।
ANM नर्सिंग प्रवेश प्रक्रिया
ANM प्रोग्राम में एडमिशन लेने के इच्छुक कैंडिडेट्स को सामान्य प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। लेकिन कुछ कॉलेजों में सीधे एडमिशन भी उपलब्ध हो सकता है।
भारत में ज्यादातर ANM कॉलेजों में सीधे एडमिशन लेने की प्रक्रिया देखी जा सकती है।
कैंडिडेट्स को उन नम्बरों के आधार पर सेलेक्ट किया जाएगा जो उनके इंटरमीडिएट परीक्षा में आयें हैं।
यदि उनके नम्बर कॉलेज द्वारा जारी कट ऑफ नम्बरों से ज्यादा हैं, तो वे एडमिशन के लिए पात्र होंगे।
कुछ कॉलेजों में क्वालिफिकेशन आधारित एडमिशन होता है, जो प्रवेश परीक्षा आयोजित करके किया जाता है। एक विशिष्ट कट ऑफ नम्बर दिए जाएंगे, जहां कैंडिडेट्स को इससे अधिक अंक लाने की जरूरत होगी, और एडमिशन पाने के लिए योग्य होंगे।
ANM नर्सिंग पात्रता मानदंड
ANM नर्सिंग पात्रता आवश्यकताएं, जिन्हें कैंडिडेट्स को पूरा करने की जरूरत होती है, ताकि वे जिस पाठ्यक्रम को पूरा करना चाहते हैं, उसमें एडमिशन प्राप्त कर सकें।
ANM पाठ्यक्रमों के लिए पात्रता निम्नलिखित है।
ANM कार्यक्रम को पूरा करने के लिए, कैंडिडेट्स को विज्ञान विषय के साथ अपनी 10 + 2 पूरा करना होगा।
इन स्टेप्स में जरूरी % कॉलेज-वार अलग-अलग होता है। कैंडिडेट को प्राप्त होने वाले एवरेज नम्बर 50% हैं।
ANM नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने की न्यूनतम आयु सीमा सत्रह वर्ष है, और अधिकतम पैतीस वर्ष है।
ANM प्रवेश परीक्षाए
ANM प्रोग्राम को पूरा करने के इच्छुक कैंडिडेट्स का चयन करने के लिए विभिन्न संचालन अधिकारियों द्वारा कुछ प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। वे निम्नलिखित है।
JIPMER नर्सिंग प्रवेश परीक्षा - JIPMER नर्सिंग परीक्षा नेशनल स्तर पर JIPMER के प्राधिकरण द्वारा विनियमित एक टेस्ट है। कैंडिडेट्स इस प्रवेश परीक्षा द्वारा नर्सिंग के बीएससी, एमएससी और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
PGIMER नर्सिंग प्रवेश परीक्षा - PGIMER नर्सिंग प्रवेश परीक्षा, चंडीगढ़ में स्थित PGIMER (Postgraduate Institute of Medical Education and Research) द्वारा नेशनल स्तर पर आयोजित एक नर्सिंग प्रवेश टेस्ट है। इस ANM प्रोग्राम के इच्छुक कैंडिडेट्स को एडमिशन लेने के लिए यह प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है।
इग्नू में ANM नर्सिंग कोर्स
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय या इग्नू ANM प्रोग्राम प्रदान करता है, जहां कोर्स का टाइम 6 महीने से 2 साल तक होती है। इग्नू में ANM के लिए कोर्स फीस 6,700 रुपये है, और मिनिमम या मैक्सिमम एज लिमिट पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
ANM प्रवेश प्रक्रिया
कैंडिडेट्स कॉलेज की ऑफिसियल वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं, जिस विशिष्ट कोर्स को वे करना चाहते हैं।
योग्य कैंडिडेट्स को एडमिशन के अगले दौर के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। संस्थान में ANM कोर्स के लिए मिनिमम योग्यता ANM के लिए न्यूनतम दो या तीन साल के कार्य अनुभव के साथ योग्यता है।
सेलेक्टेड कैंडिडेट्स कॉलेज द्वारा जारी लिस्ट में अपना नाम देख सकते हैं।
ANM कोर्स: आवश्यक कौशल
ANM नर्सिंग कोर्स के लिए आवश्यक कुछ कौशलों का उल्लेख निम्नलिखित है।
कुछ खास संकेतों को चेक करना और निगरानी तुरंत देखभाल और आपातकालीन देखभाल
रोगी और पारिवारिक शिक्षा रोगी सुरक्षा
प्रौद्योगिकी कौशल समय प्रबंधन
व्यावसायिकता संचार कौशल
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